मेरी इच्छा के विरुद्ध कोई दुकानदार (मनुवादी, बामणवादी, गांधीवादी, हिंसावादी आदि) मुझे अपना उत्पाद नहीं बेच सकता। हकीकत में गलत उत्पाद या विचार ग्रहण करने के लिए दुकानदार नहीं, बल्कि हम, यानी ग्राहक ही दोषी हैं।-आदिवासी ताऊ, 29.12.19
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वर्तमान परिदृश्य में आदिवासी मीणा समुदाय की दशा और दिशा
वर्तमान परिदृश्य में आदिवासी मीणा समुदाय की दशा और दिशा हम हर दिन कुछ न कुछ सीखते और बदलते रहते हैं। सबसे पहले ...
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जीवन का अंतिम लक्ष्य आनंद नहीं, अपितु सम्पूर्णता है। -आदिवासी ताऊ-05.01.2020, 8561955619
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आम लोगों का हक मारकर करोड़ों जमा करो और कुछ लोगों के लिये कुछ हजार अनुदान करो, क्या यह भी 'पे बैक टू सोसायटी' है? 05.01.2020
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